उड़ीसा में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी थे जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने काफी अच्छा प्रयास किया जिसमें उनका काफी अच्छी बढ़त मिली उड़ीसा में 147 सीटे विधानसभा सीटें तथा 21 लोकसभा सीटे हैं जिनका चुनाव एक साथ हुआ था और रिजल्ट भी आज 4 जून को आया है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में 77 की जीत दर्ज की तथा भगवान जगन्नाथ की धरती पर पहली बार भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री बनेगा।
उड़ीसा में नवीन पटनायक लगभग 5 बार के मुख्यमंत्री तथा बीजू जनता दल के मुखिया भी थे जिन्हें आज कानताबंजी सीट से भारतीय भारतीय जनता पार्टी के नेता लक्ष्मण बाग ने 15000 मतों से हराया श्री लक्ष्मण बाग के खाते में कुल 84206 वोट आए थे।
लोकसभा की 21 सीटों वाले उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी 19 सीटे कांग्रेस को एक सेट तथा बीजू जनता दल को एक सीट मिली है यह बीजू जनता दल की विगत वर्षों की है सबसे बड़ी हार रही है।विधानसभा 147 विधानसभा वाली उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी को 78 सीटे तथा बीजू जनता दल के खाते में 51 सीटे तथा अन्य के खाते में 15 सीटे आई हैं।
साल 2019 में उड़ीसा के विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल को 112 सीटे मिली थी तथा भारतीय जनता पार्टी को 23 सीटें मिली थी और कांग्रेस को 9 सीटे मिली थी अगर हम वोट परसेंटेज की बात करते तो बीजू जनता दल को 45% वोट, भाजपा को 33% और कांग्रेस के खाते में 16% वोट पड़े थे ।
भारतीय जनता पार्टी उड़ीसा में अपनी इस जीत से काफी उत्साहित है उसे पहली बार सरकार बनाने का मौका मिल रहा है वही नवीन पटनायक को काफी निराशा का सामना करना पड़ रहा है तथा भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि उड़ीसा भगवान जगन्नाथ की भूमि है जिस पर भारतीय जनता पार्टी को पहली बार मुख्यमंत्री बनाने का मौका मिल रहा है वह जनता की उम्मीद पर खरी उतरेगी।