Pune Porsche Car केस में पुलिस ने किया डॉक्टर को गिरफ्तार

पुणे में 19 मई को Porsche car ने बाइक सवार युवक अनीश अवड़िया और युवती अश्विनी कोस्टा टक्कर मार दी थी जिससे उनकी मौके पर मृत्यु हो गई थी। पुणे कोर्ट ने आरोपित नाबालिक युवक को सशर्त जमानत दे दी थी।

इस केस में सोमवार 27मई को पुलिस ने ससून जनरल अस्पताल के डॉक्टर और फोरेंसिक विभाग के HoD को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि डॉक्टरों ने आरोपित नाबालिक युवक जो कि नशे में धुत था जो Porsche car चला रहा था उसने बाइक सवार युवक अनीश अवड़िया और युवती अश्विनी कोस्टा को पीछे से टक्कर मार दी जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

उसका इन लोगों ने सैंपल बदलकर किसी दूसरे व्यक्ति के सैंपल में आरोपित नाबालिक युवक का नाम लिखकर कर फर्जी सैंपल पेश किया है।

तथा आरोपित नाबालिक युवक का ब्लड सैंपल कचरे में फेंक दिया पुलिस ने कहा है कि हमें कल फोरेंसिक रिपोर्ट मिली और यह खुलासा हुआ कि ससून जनरल हॉस्पिटल में कलेक्ट किया गया सैंपल जिन पर डॉक्टरों ने नाबालिक आरोपी का नाम लिखा था वह नाबालिक आरोपी के नहीं थे।

इसके बाद हम लोगों को शक हुआ और हम लोगों ने पूछताछ की सरकारी डॉक्टरों ने नाबालिक आरोपी को बचाने के लिए सबूत से छेड़छाड़ की थी। तथा पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नाबालिक का ब्लड सैंपल लेने वाले डॉक्टर श्रीहरिहर हलनोर से पूछताछ में पता चला कि उन्होंने फॉरेंसिक के एचओडी डॉक्टर अजय तावरे के निर्देश पर ब्लड सैंपल बदला था तथा हमने उन दोनों डॉक्टरों को आपराधिक साजिश जालसाजी और सबूत तबाह करने के आरोप मैं गिरफ्तार किया है।

इस केस में नया पेंच तब आया जब घटना के बाद यह बात फैलाई गई कि गाड़ी ड्राइवर चला रहा था इसमें आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल ने ड्राइवर को बंधक बनाकर उस पर दबाव बनाया था कि तुम अपने ऊपर यह इल्जाम ले लो की गाड़ी तुम चला रहे थे तथा आरोपी के मां ने भी अनुरोध किया था कि ड्राइवर से कि तुम यह अपराध अपने ऊपर ले लो की गाड़ी तुम चला रहे थे।

जिसके चलते पुलिस ने आरोपी के दादा को सुरेंद्र अग्रवाल को ड्राइवर को बंधक बनाने के लिए गिरफ्तार कर लिया ड्राइवर ने बताया कि विकास अग्रवाल विशाल अग्रवाल और आरोपी के दादा उसे कर से अपने घर ले गए उसका फोन ले लिया और रख लिया और उनसे कहा कि ड्राइवर ने बताया कि विशाल अग्रवाल और आरोपी के दादा उसे कार से अपने घर ले गए उसका फोन ले लिया और रख लिया और ड्राइवर से कहा कि तुम मेरे मेरे निर्देशों के हिसाब से पुलिस को बयान दे दो ड्राइवर ने बयान भी दे दिया था की गाड़ी वह चला रहा था लेकिन पुलिस की शक्ति के आगे ड्राइवर टूट गया और उसने बताया कि आरोपी के दादा ने उसे बंधक बना लिया था उनके कहने पर मैंने यह बयान दिया है जिस पर पुलिस ने आरोपी दादा को गिरफ्तार कर लिया।

लेकिन पुलिस इसे पहले से ही नाकार रही है पुलिस का कहना था कि आरोपी नशे की हालत Porsche car तेज गति से चला रहा था जिसके कारण यह घटना घटित हुई।

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